Search This Blog

Saturday, April 10, 2021

काल से काला उजियाला..



काल से काला उजियाला था
इंसानी जीवन बिन ज्ञान का
ख़ुद घायल हो तीर सहता था
नारी को कवच लगाया शिक्षा का

समता के अनंत यद्ध में लाचार
पिछडो की तेज करा दी तलवार
सत्य को जिसने बनाया जीवन सार
जोति था मानवता की बुलंद धार

सोच थी तेरी सच्ची और कठोर
असत्य की लड़ाई लड़ी घनघोर
तू लड़ता रहा जीवन के अंत तक
तू महात्मा रहेगा अनंत काल तक

ना बांटो योद्धा को अपने हिसाब से
मुक्त करदो उनके विचार किताबो से
लगाके तिलक उनके सच्चे कर्मों का
बंद करदो डंका बजाना अधर्मियों का
- रानमोती / Ranmoti



Friday, April 9, 2021

माई तुला आठवल कोण ?


झिरपला जीव साचलं गं सोनं, 
सांग माई तुला आठवल कोण ?

मातीच्या गोळ्याला घडवल कोण
सांग माई तुला आठवल कोण ?
चिमुकल्या पावलांना चालवल कोण
सांग माई तुला आठवल कोण ? 

घासातला घास भरवल कोण
सांग माई तुला आठवल कोण ? 
बोबडी ती भाषा समजल कोण
सांग माई तुला आठवल कोण ? 

डोळ्यातले आसू पुसेल कोण
सांग माई तुला आठवल कोण ?
प्रेमाची थाप लागवेल कोण
सांग माई तुला आठवल कोण ?

यशाचा मार्ग दाखवल कोण
सांग माई तुला आठवल कोण ? 
आनंदाच्या क्षणांना सजवल कोण
सांग माई तुला आठवल कोण ?

झिरपला जीव साचलं गं सोनं, 
सांग माई तुला आठवल कोण ?

- रानमोती / Ranmoti

Monday, April 5, 2021

माझ्या रिकाम्या आभाळी..



माझ्या रिकाम्या आभाळी,
तुझे भरलेले ढग
ओल्या सरींनी भीजले,
कोरड्या मातीचे हे जग

काळ्या रात्रीच्या गगनाला,
तुझ्या नक्षत्रांचा घेर
काळोखात लपलेल्या ढगांना,
लखलखत्या विजेचा वार

रखरखत्या उन्हात,
जणू सुकलेले झाड
गार वाऱ्याच्या रुपाने,
तू पुरवी मायेने लाड

माझ्या उसळत्या लाटांना,
तुझा संयमाचा किणारा
सुन्या खडकाळ कडांना,
साथ देई अमृताचा झरा

माझ्या तापलेल्या तव्यावर,
तुझी भुकेची भाकर
थंड पोचट दुधात,
चवीला मधुर साखर,

ऐकटा हा ऐकांत,
माझे गीतही शांत
तुझ्या सुरेल सुरांनी,
गुणगुणला आसमंत

- रानमोती / Ranmoti


Tuesday, March 23, 2021

सूरज बन..!


तू खुद ही अपना सूरज बन
राह के अँधेरे को दूर कर
सोच के दायरों से बाहर निकल
जिंदगी के मुकाम हासिल कर

पत्थरों का काम है रास्ता काटना
तू उनसे उलझना छोड़कर
लगी ठोकरों से सीखकर
फूलो को समेटना शुरू कर
तू खुद ही अपना सूरज बन...

अच्छे बुरे अपने पराये जो मिले
सुख के सब साथी सोच कर
खुद अच्छाई की राह पकड़
हो सके तो सबको मदद कर
तू खुद ही अपना सूरज बन...

कैसे मिला तुझे किनारा
मिले जब मंजील याद कर
सोच अब नए मुकाम आगे
हौसला अपना बुलंद कर
तू खुद ही अपना सूरज बन..
- रानमोती / Ranmoti

Monday, February 22, 2021

देव जाणला ..!


एक संत जणू भगवंत
हाती झाडू असे कीर्तिवंत
करी सदैव राष्ट्र निर्मळ
मानुनी मानवता धर्म केवळ

पटविले महत्त्व शिक्षणाचे
घेऊन नाव भंगवंताचे
अंधश्रद्धेवर करून घणाघात
भांडू नका म्हणे आपसात

ठिगळे जरी होती वस्त्राला
दिनदुबळ्या धर्मशाळा बांधी आश्रयाला
सांगत असे पवित्र मंत्र जगाला
गोपाला गोपाला देवकीनंदन गोपाला

न मिळविता कुठला मेवा
रंजल्या गांजल्याची केली सेवा
तोची साधू मी मानला 
गाडगे बाबातच देव जाणला

Saturday, January 9, 2021

शादी एक डील..!

मॅट्रिमोनी हो या शादी डॉट कॉम
प्रेजेंटेशन ही यहाँ आता है काम
बायोडेटा भरा है मोटे पैकेज से
गैलरी फुल है सेल्फी के लगेज से

लड़कियों की ख्वाइशें हो रही मोअर
लड़के दीखने लगे है खुदसे लोअर
लड़कों के नए नए हेयर स्टाईल
फिर भी रिजेक्टेड उनकी फाईल

पापाजी रहते हमेशा परेशान
बच्चों का चाहते पूरा समाधान
समाज में उनका बड़ा दिग्गज नाम
फिर भी शादी जुड़ाना नहीं आसान काम

हर लड़का चाहता अच्छी डील
लड़की के साथ पैसा भी थोड़ा मिल
दौड़ने लगते है शादी की रेस में
लड़किया देखते हुए विभिन्न भेस में

शादी की इस रंगीनवाली डील में
कोई फायदे में रहे तो कोई घाटे में
कठनाई होते हुए भी बड़ी मजेदार है
हर कोई इस डील में तैरने को तैयार है
 
- रानमोती / Ranmoti

बाज़ार.....?


बाज़ार की लाली और हरयाली
कही खरेदी तो कही बिकवाली
मौका दशहरा तो कभी दिवाली
कही नुकसान तो कही मुनाफ़ा वसूली

चढ़ता उतरता बाजार का भाव
कही खरोंच तो कही भरदे घाव
कभी धीमी तो कभी दौड़ती नाव
शांत बैठे बाज़ एकसाथ मारते ताव

नये शिकार समझते है आसान रास्ता
बाजार की चाल से ना होते हुए वास्ता
पोपट पंछियों की बातों में उलझकर
मानो निकल पड़ते है मशगूल होकर

लगाते है अपने पसीने की पूंजी
सपनों में बस मुनाफे की खोजी
कभी कभी होती सौदो की नैया पार
तो कभी कभी बाजार की पड़ती मार

कुछ लोंगो को लगे ये पैसो की दुकान
कोई ख़रीदे गाड़ी तो कोई नया मकान
किसीको मुश्किल तो किसीको लगे आसान
सतर्कता ही होगी सफलता का निशान

- रानमोती / Ranmoti

Recent Posts

तू राजा मी सेवक (Vol-2)

- रानमोती / Ranmoti

Most Popular Posts