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Tuesday, September 3, 2024

निगाहों का कर्ज

आपकी ऊँची उठी निगाहों ने,
इस कदर इबादत की हमारी,
की सोच में पड गये,
किस ऊँचे मुक़ाम पर रखे खुदको,
ताकि, आपकी निगाहों का कर्ज
थोड़ा कम हो जाये !


- रानमोती / Ranmoti

घने बादल

ये घने बादल रोते है मेरे लिये,
कोई इंसान दर्द नहीं समझता..
ये गरजकर बरसते है मेरे लिये,
न जाने क्यों ये वक्त नहीं समझता..


- रानमोती / Ranmoti

विश्वास

"विश्वास एक अनोखी खोज है,
जिसने खोजा उसे भी ना मिला"



- रानमोती / Ranmoti

अविश्वास

पति-पत्नी अगर,
एक दूसरे से सवाल पूछते है,
क्या तुम्हें मुझ पर विश्वास है?
ये सवाल ही,
अविश्वास की मौजूदगी है।



- रानमोती / Ranmoti

तुम्हारी नज़रे

जब आग बनकर तुम्हारी नज़रे,
मुझमें कमियाँ दिखाकर जलाती है..
तो मैं भी सोना बनकर उसी आग में,
अपने आप को निखारती हूँ..


- रानमोती / Ranmoti

कफ़न

मुझे चाहने वाला,
इतना चाहता है मुझे,
मेरा कफ़न बेचकर,
अपने लिए कुछ
ख़रीदना चाहता है..


- रानमोती / Ranmoti

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