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Thursday, August 6, 2020

येशील तू परतुनी..


सांजवेळी पाखरे विसाव्या सांजावली
रिमझिम रविकिरणे क्षितिजात मावळली
चांदणी शुक्रासह पुन्हा नभी उगवली
येशील तू परतुनी आस मना लागली

स्मितफुलांची भावना मुखसावळ्या शोभली
ओठस्त शब्दसुमने मधुशर्करेसम भासली
करताच लाडिवाळ जणू नयनकृती भारावली
येशील तू परतुनी आस मना लागली

अस्मिताचा रविराज प्रीत तुझीच भावली
स्वप्न क्षितीजांचे ना मेहरबान कुणाची सावली
बंधिस्त माझ्या इच्छांना पंख देऊनी चालली
येशील तू परतुनी आस मना लागली

बांधली वारुळे..



माखून शाई पत्रावळ वाढीला नारोबा
बांधली वारुळे अन बसविले नागोबा
झपाटले संप्रद प्रजा सहज भोगी
सर्वांसी भावे प्रसारक आदी रोगी

रचाया वारूळ करती जालीम घाई
प्रजारोग्य नसे गहन करती दिरंगाई
लावुनी दानतिजोरी चढविती कळस
ओढुनी अफाट वैभव बनती सर्वसरस

घेऊनिया नामव्रत फोफावती लूटमार 
आंधळ्यास ठाऊक नसे हे छुपे वार
झाले सारेच मुके ना कुणा शब्द फुटे
करती गाजावाजा अनाठाई वर्ग खोटे

सोडून आद्य कर्मन रुजवी व्यर्थ व्यापार
गुंतवून निष्कपट नंदी सांगती विकार
कातिण विनती जाळे स्वतः का अडकावे
संप्रद एकच सत्यनिष्ठ उरी घट्ट जकडावे

- रानमोती

Sunday, August 2, 2020

मायेचं बंधन..



बहीण बघते भावाची वाट
ओवाळणी कराया सजले ताट
बहरून आली श्रावण पौर्णिमा
दिसता बहीण सुखी झाला चंद्रमा

सुरेख राखीला रेशीम धागे 
भाऊ उभा बहिणीच्या पाठीमागे
चमचम राख्या हातावर फुलती
बहिणी येऊन माहेरात रमती

बहिणीस असे भावाचा लळा
ओवाळून लावी कपाळी टिळा
हातावर सजवून मायेचं बंधन
आदराने करी भावास वंदन

पेढ्याचा खाऊन अमृत घास
भाऊ बहिणीस भेट देई खास
आनंदुनी भावाबहिणीचं मन
उजळून जाई रक्षाबंधन सण

- रानमोती

Saturday, August 1, 2020

..जात लेकराची



जिरवून हात पाय, दमतात बाप माय
सोडूनी दूर जाय, जात लेकराची

देऊनी जन्म नाव, सहतात किती घाव
कूणा नसे ठाव, कात लेकराची

आटवून रक्त जाय, बनतात दूध साय
नासुनी दूर जाय, जात लेकराची

घडवुनी मूर्ती छान, देतात सर्व दान
ना ठेवती भान, कात लेकराची

जागुनी स्वप्न दावी, घडवतात रत्न भावी
जातात दूर गावी, जात लेकराची

येवून एकदा जाय, रडतात बाप माय
जोडून हात पाय, दे साथ लेकराची


Friday, July 31, 2020

दोस्त..?


दोस्त एंटरटेनमेंट है आपके तनाव का
दोस्त एक्सपीरियंस है आपके साथ का
दोस्त डिटेक्टर है आपकी बुराई का
दोस्त पैरामीटर हे आपके बर्ताव का

दोस्त प्रेसेंटर है आपकी खूबियों का
दोस्त सिलेक्टर है आपकी पसंद का
दोस्त एक्सेलेटर है आपकी प्रगति का
दोस्त ब्रेकर है आपकी अधोगति का

दोस्त टीचर है आपके बदलाव का टी
दोस्त स्टूडेंट है आपके आचरण का
दोस्त कॉन्फिडेंस है आपके ज्ञान का
दोस्त क्रिएटर है आपके चरित्र का

दोस्त मेमोरीकार्ड है आपकी यादों का
दोस्त फ्यूचर है आपकी सोच का
दोस्त सीक्रेट है आपकी सफलता का
दोस्त एसेट है आपकी जिंदगी का

- रानमोती /Ranmoti 

प्रिय मित्र होते है !

हसानेवाले, रुलानेवाले
खिलानेवाले, पिलानेवाले
चढ़ानेवाले, उतारनेवाले
मालूम कौन होते है ?
प्रिय मित्र होते है !

दिखानेवाले, छुपानेवाले
बढ़ानेवाले, घटानेवाले
यादोंवाले, फिर्यादवाले
मालूम कौन होते है ?
प्रिय मित्र होते है !

संभालनेवाले, बिगाड़नेवाले
चलानेवाले, रुकानेवाले
जलनेवाले, जलानेवाले
मालूम कौन होते है ?
प्रिय मित्र होते है !

समझनेवाले, समझानेवाले
सिखानेवाले, सीखनेवाले
तारीफ़वाले, निंदावाले
मालूम कौन होते है ?
प्रिय मित्र होते है !

मदत करनेवाले, लेनेवाले
साथ देनेवाले, छोड़नेवाले
वक्त बनानेवाले, बिगाड़नेवाले
मालूम कौन होते है ?
प्रिय मित्र होते है !

- रानमोती / RANMOTI  

Wednesday, July 29, 2020

भूल जाती हूँ


क्या खूबियाँ है मुझमें जान पाती मगर
मै उससे पहले ही खुद को भूल जाती हूँ
जमाना चाहें करे लाख सितम मगर
मै समझकर नासमझ बन जाती हूँ

जोड़ती हूँ उम्रभर अतूट रिश्ते मगर
मै खुद ही चूर चूर कर बिखर जाती हूँ
बनाया है मैने खूबसूरत आशियाँ मगर
मै खुद को ही सवांरना भूल जाती हूँ

आंखो में मेरे बेहती है फिक्र मगर
मै खुद के लिये बेफिक्र हो जाती हूँ
मुझ में बसा दया का सागर मगर
मै खुद के लिये बेदर्द बन जाती हूँ

बड़ी शिद्दत से पाला मैंने सबको मगर
मै खुद को ही जतन करना भूल जाती हूँ
दूसरो के खातिर जी लेती उम्रभर मगर
मै खुद के लिये पलभर सांस ना ले पाती हूँ

कोई मिटाएगा मेरे सारे दुःख मगर
मै खुद ही हसना भूल जाती हूँ
है मेरा भी जीवन अनमोल मगर
मै उसका भी मूल्य भूल जाती हूँ

सजाती हूँ दुसरो की दास्ताँ मगर
मै खुद की ही कहानी भूल जाती हूँ
धरतीपर खुदा का वरदान हूँ मगर
मै दूसरो के लिए खुद ही मिट जाती हूँ

- राणी अमोल मोरे

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