Search This Blog

Friday, February 28, 2025

चार या भिंतीत..


रानमोती प्रस्तुत "चार या भिंतीत" हे नवीन मराठी गीत प्रतीक आहे, पती पत्नीच्या सुंदर, सहज, प्रेमळ नात्याचं, आशेचं, दोघांमधील नात्याला प्रेमाच्या बंधनात घट्ट बांधून ठेवणाऱ्या भावनांना शब्दरूपी कण्ठस्वरात मुक्त करणाऱ्या संगीताचं, ऐकणाऱ्याला एक अविस्मरणीय आनंद देऊन चिरकाळ मनामध्ये स्थान निर्माण करणारं.

- रानमोती / Ranmoti

Monday, February 17, 2025

जरूरी है !


मैंने अक्सर खामोश रहना पसंद किया, पर पता चला लोग अपनी अपनी राय बनाकर बात करना शुरू कर दे, उससे पहले मेरा बात करना जरूरी है। पेड़ पर सुन्दर सुन्दर फुल खिलेते है । हरे हरे पत्ते भी साथ में अपना रंग जमाते है। लोग उन फूल पत्तों को कमजोर समझकर तोड दे, उससे पहले पेड को अपने काँटों को उगाना भी जरूरी है। मैंने अक्सर साधा जिवन व्यतीत करना पसंद किया, पर लोग छोटा सा हवा का झोका समझकर मेरी मौजुदगी को ही नजरअंदाज कर दे, उससे पहले मुझे आँधी, तुफान बनना जरूरी है। मुझे दिखावे से ना नफरत है, ना प्रेम। हमेशा मैंने अपने तरीकों से चलना पसंद किया। पर लोगों का मेरे प्रति बरताव का तरीका बदल जाये, उससे पहले मुझे भी अपने तौर तरीके आजमाना जरूरी है। जीवन में संभावनाएं, मुझे अपने कर्मो से मिली है। मै चाहू तो ठुकराऊ, मै चाहू तो अपनाऊ। पर लोग मेरी संभावनाओ को ही ठुकराये, उससे पहले, मुझे खुद एक स्वयंरचित संभावना बनना जरूरी है। 

- रानमोती / Ranmoti

Recent Posts

चार या भिंतीत..

रानमोती प्रस्तुत "चार या भिंतीत" हे नवीन मराठी गीत प्रतीक आहे, पती पत्नीच्या सुंदर, सहज, प्रेमळ नात्याचं, आशेचं, दोघांमधील नात्याल...

Most Popular Posts