Search This Blog

Tuesday, July 12, 2022

मौजूद हूँ !

अभिमान की परिभाषा
सब कुछ होने का नशा
सबकुछ जानने का भाव
अहंकार कहलाता हूँ
अंधे मतवाले इंसान में
मौजूद हूँ !

एक नकारात्मकता
अप्रिय भावना
संभावित खतरे का आकलन
प्रत्याशा के कारन निर्माण हूँ
डर भय कहलाता हूँ
इंसाने के सूरत पर
मौजूद हूँ !

सुरक्षा की भावना
कमीपन का एहसास
क्रोध और घृणा का संयोजन
कोमल ह्रदय को
कठोर बनाती हूँ
ईर्ष्या कहलाती हूँ
मानवीय रिश्तों में
मौजूद हूँ !

कामना आपूर्ति से
उत्पन्न होता हूँ
मनुष्य का पतन कर
विनाश तक ले जाता हूँ
बुद्धि को भ्रमित कर
शत्रु बन जाता हूँ
क्रोध कहलाता हूँ
विवेकहीन व्यक्ति में
मौजूद हूँ !

- रानमोती / Ranmoti

No comments:

Post a Comment

Your valuable comments are highly appreciated and very much useful to further improve contents in this Blog.

Recent Posts

तू राजा मी सेवक (Vol-2)

- रानमोती / Ranmoti

Most Popular Posts