
शोहरत मिली मेहनत से
ना किसी की रहमत से
कहनेवाले तो बहुत मिले
हमने तो बस कर्म है पाले
कुछ ना होने का आक्रोश
हासिल करने का दे गया जोश
जिंदगी तू यूँ ना ऐसे मुकर
जो चाह है अब उसे पा गुज़र
हाथ में लेकर तलवार धैर्य की
गाथा लिख दी सफलता शौर्य की
सच्चाई का सदा साथ था मंत्र
ना किया कभी कपट या षड़यंत्र
पल पल संजोया कर्म से
आँखों में पनपते ख्वाब से
खूबसूरत बन गया था रास्ता
बस चलते रहने का था वास्ता
आखिर पहुँचे अपनी मंजिल
पार कर के कितने साहिल
तब जाना शोहरत पाने का सुख
साथ में उसे मिटने का दुःख
जिंदगी तूने जो है पाया
औरों को भी खूब है भाया
एक मन्नत गुजरने के बाद
शोहरत रहे सदा आबाद
Accurate analysis of ambitious person. Keep it up
ReplyDeleteGood one. Specially कुछ ना होने का आक्रोश
ReplyDeleteहासिल करने का दे गया जोश
जिंदगी तू यूँ ना ऐसे मुकर
जो चाह है अब उसे पा गुजर
खुब कहा 👌
ReplyDeleteछान 👌
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