तो तू खुद ही एक पूर्ण जीवन है
अगर तू सोचता है
तू एक हारा हुआ इंसान है
तो याद कर जीवन की सबसे बड़ी रेस
जो तू पैदा होने से पहले ही जीत गया था
लाखो करोड़ो को पीछे छोड़
तू अकेला ही जिन्दा रह पाया था
अगर तू समझता है
तो तू खुद ही एक पूर्ण जीवन है
अगर तू सोचता है
तू एक बेघर इंसान है
तो याद कर वो माँ की कोख
जिसमे नौ महीने तेरा बसेरा था
वो दुनियाँ का सबसे अनोखा घर
जो चाह कर भी कोई बांध नहीं सकता
अगर तू समझता है
तो तू खुद ही एक पूर्ण जीवन है
अगर तू सोचता है
तुझे कोई उपहार नहीं मिलता
तो याद कर वो हवा की अनोखी पहल
जो सबके साथ तुझे भी समान मिलती है
वो कुदरत के अनंत उपहार
जो कोई भी तुझ से छीन नहीं सकता
अगर तू समझता है
तो तू खुद ही एक पूर्ण जीवन है
अगर तू सोचता है
तुझे कोई साथ नहीं देता
तो याद कर वो सूरज की किरण
जो तुझे भी छू कर ऊर्जा दे जाती है
जीवन इन्ही लमहो से गुजरता है
फिर तू अकेला कैसे हुआ
अगर तू समझता है
तो तू खुद ही एक पूर्ण जीवन है
✍रानमोती /Ranmoti
©Rani Amol More
Very good motivational writing indeed. Keep it up.
ReplyDeleteToo good. Keep it up
ReplyDeleteNice one 👆
ReplyDeleteबहुत खूब
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