कसूर क्या था उनका
घर वापस आ ना सके
बहुत समझ ली दुनियादारी
उनका समर्पण समझ ना सके
ज़मीन की लालच में
दुश्मन हरपल डाले डेरा
सुरक्षित रहेगा देश हमारा
जब तक है जवानों का घेरा
विश्व में वर्चस्व के
लग रहे है नारे
आज लड़ रहे है चिनी
तो कल लड़ते थे गोरे
पूँछ लो एक दफ़ा
खुदही अपने दिल से
क्या सच में हमें
प्यार है इस वतन से
तो भूल जाओ सब
आपस का लढ़ना
शुरू करो मिलके
एक साथ जुड़ना
साथ रहेंगे हम उनके
जो सोचे इस देश का
मिटा देंगे हम उनको
जो साथ दे गद्दारों का
दिखा देंगे दुनियाँ को
ज़ोर करोडो भारतीयों का
ताकि उठ ना सके सिर
फिर कभी दुश्मनों का
- राणी अमोल मोरे
घर वापस आ ना सके
बहुत समझ ली दुनियादारी
उनका समर्पण समझ ना सके
ज़मीन की लालच में
दुश्मन हरपल डाले डेरा
सुरक्षित रहेगा देश हमारा
जब तक है जवानों का घेरा
विश्व में वर्चस्व के
लग रहे है नारे
आज लड़ रहे है चिनी
तो कल लड़ते थे गोरे
पूँछ लो एक दफ़ा
खुदही अपने दिल से
क्या सच में हमें
प्यार है इस वतन से
तो भूल जाओ सब
आपस का लढ़ना
शुरू करो मिलके
एक साथ जुड़ना
साथ रहेंगे हम उनके
जो सोचे इस देश का
मिटा देंगे हम उनको
जो साथ दे गद्दारों का
दिखा देंगे दुनियाँ को
ज़ोर करोडो भारतीयों का
ताकि उठ ना सके सिर
फिर कभी दुश्मनों का
- राणी अमोल मोरे
Salute to the Indian Army..
ReplyDeleteGood one
जय हिंद
ReplyDeleteGreat lines 👍👌
ReplyDeleteखूपच छान कविता !
ReplyDeleteखूपच छान कविता !
ReplyDeleteBahut khoob
ReplyDeleteVande Mataram. Jai Hind.
ReplyDeleteVery true
ReplyDeleteNeed of the hour. Rightly defined. Love for the country.
ReplyDeleteदिखा देंगे दुनियाँ को
ज़ोर करोडो भारतीयों का
ताकि उठ ना सके सर
फिर कभी दुश्मनों का
Beautiful written, need of hour
ReplyDeleteJai Hind
Beautiful Very Good
ReplyDeleteसुंदर, अप्रतिम कविता.
ReplyDeleteजय हिंद.....
हा हा सच मे हमे प्यार है वतन से “
ReplyDelete👌👌👌
Very nice
ReplyDeleteYes we love nation
ReplyDeleteजय हिंद
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